दारुन नदवा में मजलिस के दौरान अबू अल हाकम (अबू जहल) ने लोगो से कहा की हमें कोई दूसरी ही तरकीब लगानी होगी जिससे हब्शा का बादशाह नजाशी खुद बा खुद मुहाजिरों को हमारे पास भेज दे. इसके लिए उन्होंने अपने सबसे होशियार मुनादरा में माहिर अम्र बिन अल आस को चुना. उधर हबशा में सभी लोगो ने एकजुट होकर कहा की जाफर बिन अबु तालिब उनकी नजाशी के सामने तर्जुमानी करेंगे आगे देखे.